नोटा की कैम्पेन काफी चालू है,
हिन्दू दलित, सवर्ण में बाँट दिया गया है और एक ही स्वर मुखर है कि NOTA पर वोट करो ।
NATO नही भाई NOTA है, लेकिन अगर आप नोटा पर वोट करोगे तो वो वोट कांग्रेस या अन्य पार्टियों के लिए फायदेमन्द होगा ।
अगर कांग्रेस को पिछले 72 साल से इस देश को लूटने का ठेका देकर हम खुश हो सकते हैं तो क्यों न हम BJP को ही चुने।
मैं ना तो NOTA और ना कांग्रेस को वोट दूँगा क्योंकि राहुल गांधी ने जर्मनी जाकर सरकार और देश के बारे में क्या क्या नही कहा, विपक्षी पार्टी को यह हक है कि वो हिंदुस्तान की मट्टी पलीद करने वाले को आप प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सत्ता में देखना चाहते हैं ?
NOTA नही क्योंकि देश विरोधियों की सोशल मीडिया कैम्पेन है ये NOTA अब आप सोचो हिंदुस्तान चाहिए या हिंदुस्तान के 10 बीस और बंटवारे क्योंकि सभी चोर नेताओं को सत्ता सुख का चस्का लगा है और उस सत्ता के लिए ये कुछ भी कर सकते है ??
मेरा वोट सनातन धर्म की, हिंदुस्तान की बात करने वाले को ही होगा ना कि देश विरोधियों को ।
आपकी आप जानो ।
सत्येन दाधीच
पहले भारतीय है हम जय भारत माता की ।