बनती संवरती... चलती ना कभी रूकती.... दौड़ती और बस दौड़ती...
तू ऐसी क्यों है ए जिंदगी..
थोड़ा रूककर संवारले खुद को... जरा रूककर थोडा दम ले.... जरा दौड़ दौड़ मेरी जिंदगी ।।
#Satyen
#KalaamAKalam