जो मस्ती करनी हो कर लेना ।
बस बात ध्यान ये धर लेना ।।
यह शान्ति गैर है अपना काम ।
सब याद करे इस सुबह शाम ।।
भगवा हाथो मे लेकर जाना ।
राष्ट्र प्रेम मन में रखना ।।
कहना सबको बस है चलना ।
सौहार्द के साँचे में ढलना ।।
यह अनुमति मिली प्रशासन से ।
हम रहे खूब अनुशासन से ।
होली में खूब रगों से रंगना ।
कोई भी हमसे हो तंग ना ।।
सत्येन नवलगढ़ अपना है ।
यँहा शांति रहे यह सपना है ।।
जो बात कही ये याद रहे ।
अपनों को गैर ये याद रहे ।।
शांति, अनुशासन और एकता हमारा लक्ष्य हो । गैर एक परम्परा है और इसे अपने मान सम्मान के साथ निभाना है ।।