प्यार मोह्हबत प्यारा रिश्ता यारों इस संसार में,
पापड बेलते देखा सबको इश्क के इस व्यापार में ।
इश्क में लैला मजनू बनते कुछ देवदास है प्यार में
जीत प्यार की ख़ुशी दिलाती टूट है जाते हार में ।।
कभी संदेसे लाते कबूतर उड़ कर सरहद पार में,
तड़प इश्क की हरपल रहती उसके इंतज़ार में ।
बच्चे बन जाते थे डाकिये बड़े बड़ों के प्यार में,
खूब मिन्नते करते उनकी ख़त के इंतज़ार में ।।
लव लेटर का क्या कहना प्रेम पात्र हो जाते थे
उसने ख़त भेजा है कहकर सीने से लगाते थे ।
किस से लिखना क्या है लिखना खूब सोचना
गुप चुप पढ़ना चुप रहना ये लक्षण थे प्यार में ।।
मोबाइल हुआ ज़माना बंद खतों का आना जाना
व्हाट्स अप और फेसबुक पर मैसेज वाह ज़माना ।
शेयर होता उलटा पुल्टा स्टेटस चेंज हो जाता है,
ये आधुनिक इश्क है इसलिए डिज़िटल हो जाता है ।।