Friday, March 10, 2017

क्या लिखूं

कह देता हूँ सिर्फ तुम्हारा है,
मैं दिल ये मेरा तेरे नाम लिखूँ,
मेरी धड़कन कहती है अब,
हर रोज़ सुबह और शाम लिखूँ ।

लिखने की इश्क करू कोशिश,
हर बार मैं तेरा नाम लिखूँ ।
जुल्फों की बदली जब छाये,
मैं चाँद पे ढलती शाम लिखूँ ।।

सोता ही कहाँ अब हूँ यारा,
सितारों से ये पैगाम लिखूँ ।
है इश्क मुहब्बत है तुमसे,
जीवन मैं तेरे नाम लिखूँ ।।

सत्येन दाधीच
7425003500