तुम छू गए इस मेरे दिल को,
पहली बार तुम पे आ गया ।
अंकिता के अंकित हुए आप,
खुशबू भरा सौरभ भा गया ।।
है जगमग रोशन जहाँ अब मेरा,
बनके दिवाली यूँ महबूब आ गया ।
खुशियों संभाल मुझे लेना हर पल,
मेरे जीवन का हर त्यौहार आ गया ।।
वो आपको जब देखा था पहली बार,
मुझे आप पे प्यार बेशुमार आ गया ।
धड़कनो ने कहा धड़क के सुन लो,
सपनों का सामने राजकुमार आ गया ।।
आपका आना मेरे जीवन की खुशी,
खुशियों में दिवाली का त्यौहार आ गया ।
ये दिन खास है हर एक लम्हा दर लम्हा,
जन्मदिन मुबारक आपका पैगाम आ गया ।।
बस यूं ही मुस्कुराते रहियेगा हर पल,
मेरी तो अ दिलबर जिंदगी संवर जाएगी ।
बस अब तो इंतजार है उस लम्हे का,
सौरभ की हो अंकिता डोली में चली जायेगी ।।
आपकी
अंकिता